दौसा में जिला परिषद की साधारण सभा एवं आयोजन समिति की बैठक में जलदाय विभाग के मुद्दों पर तीखी नोकझोंक हुई। सदस्यों ने अधिकारियों पर काम नहीं करने का आरोप लगाया तो अधिकारी संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। करीब एक घंटे तक जलदाय विभाग के मुद्दों पर बहस हुई, जिसमें सदस्यों ने अधीक्षण अभियंता की खिंचाई की। जिसके बाद जिला प्रमुख हीरालाल सैनी ने एसई को निर्देश देते हुए कहा कि अगली बैठक से पहले जलदाय विभाग की शिकायतों का समाधान नहीं हुआ तो एसई को बैठक में नहीं आने दिया जाएगा। इससे बैठक हॉल में सन्नाटा पसर गया।
विभागों के मुद्दों पर भी चर्चा हुई
साथ ही पिछली बैठक के बिंदुओं की पालना रिपोर्ट पर बिंदुवार चर्चा हुई, जिसमें सार्वजनिक निर्माण विभाग, चिकित्सा विभाग, रसद विभाग, विद्युत निगम, पंचायती राज सहित कई विभागों के मुद्दों पर चर्चा हुई। सदस्यों ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली बैठक में जो कार्य तय किए गए थे, उन्हें भी अधिकारियों ने प्राथमिकता से पूरा नहीं किया। बैठक में सदस्यों ने बिजली, पानी, चिकित्सा और सड़क निर्माण को लेकर अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। जिला प्रमुख ने भी माना कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते और जिम्मेदारी से काम नहीं करते।
सदस्यों ने कई मुद्दे उठाए
जिला परिषद सदस्य नीलम गुर्जर ने कहा कि गर्मी के मौसम में क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या रहती है, जिसका मुद्दा पिछली बैठक में भी उठाया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जल जीवन मिशन में काम होने के बाद सड़कों की मरम्मत नहीं होने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद अधिकारी कार्रवाई नहीं करते।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं, मरीजों को परेशानी हो रही है। वहीं किसानों को सरसों और गेहूं का उत्पादन तो अधिक मिलता है, लेकिन फसलों की खरीद कम होती है। इससे किसानों को नुकसान होता है।
पौधे लगाने में घोटाले का आरोप
सदस्य छोटू राम मीना ने कहा कि महवा क्षेत्र में 800 पौधे लगाने के लिए 9 लाख से अधिक का बजट था, लेकिन अफसरों ने उसमें भी लीपापोती कर दी। साथ ही पंचायत राज विभाग ने महवा क्षेत्र के कई सरपंचों की जांच कराई थी, जो दोषी पाए गए और उनसे रिकवरी भी की गई है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मेघराम ने कहा कि सिकराय क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, लेकिन विभाग लापरवाह बना हुआ है।
बैजूपाड़ा क्षेत्र में पानी का मुद्दा उठाया
सदस्य ब्रजमोहन झूथाहेड़ा ने कहा कि महवा क्षेत्र में जल जीवन मिशन में 40 करोड़ का घोटाला हुआ है, जिसके बाद कहा गया था कि नए टेंडर से काम शुरू होगा, लेकिन अभी तक कोई काम नहीं हुआ। सदस्य कमला केसरा ने पानी और बिजली के मुद्दे उठाए।
प्रधानों ने भी कई मुद्दे उठाए
दौसा प्रधान प्रहलाद मीना ने पेयजल के लिए टेंडर नहीं होने, सड़कें क्षतिग्रस्त होने, सड़कों पर विलायती बबूल से यातायात बाधित होने का मुद्दा उठाया। रामगढ़ पचवारा प्रधान कौशल्या मीना ने उपजिला अस्पताल में सुविधाओं की कमी की बात कही, वहीं सिकंदरा प्रधान सुल्तान बैरवा ने बिजली विभाग से जुड़ी कई समस्याएं उठाईं।
ये लोग मौजूद थे
बैठक में विधायक दीनदयाल बैरवा, एडीएम रामस्वरूप चौहान, सीईओ नरेंद्र कुमार मीना, एसीईओ राजेश मीना, राजीविका परियोजना प्रबंधक बलदेव सिंह गुर्जर, सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीना, उप जिला प्रमुख मांदाता मीना, नांगल प्रधान दिनेश मीना, लवाण प्रधान बीना बैरवा, जिला परिषद सदस्य कल्याण सहाय गोठवाल, भोमाराम वर्मा, बच्चू सिंह भाजक सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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