Next Story
Newszop

बवासीर से बचने के उपाय और घरेलू उपचार

Send Push
बवासीर के लक्षण और कारण

बवासीर, जिसे अर्श रोग भी कहा जाता है, तब होता है जब मलद्वार के बाहर मांसांकुर निकल आते हैं। इस स्थिति में शौच के दौरान खून पतली रेखा के रूप में निकलता है। रोगी को चलने में कठिनाई, चक्कर आना, और दृष्टि में धुंधलापन जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। इसके साथ ही, स्मरण शक्ति में कमी भी देखने को मिलती है।


बवासीर का कारण

बवासीर का मुख्य कारण कब्ज है। जब कोई व्यक्ति अधिक तैलीय और मसालेदार भोजन का सेवन करता है, तो उसकी पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जिससे पेट में कब्ज बनता है। यह स्थिति मल को सूखा और कठोर बना देती है, जिसके परिणामस्वरूप मलद्वार की त्वचा में छिलाव और जख्म हो सकते हैं।


बवासीर से बचने के लिए आदतें

बवासीर एक ऐसी बीमारी है जो एक दिन में नहीं होती, बल्कि यह हमारी गलत आदतों का परिणाम होती है। इसलिए, कुछ आदतें अपनाकर आप इस बीमारी से बच सकते हैं।


सही समय पर भोजन करें: सुबह और शाम को सही समय पर खाना खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होतीं।


धीरे-धीरे खाएं: भोजन को जल्दी में न खाएं, बल्कि धीरे-धीरे चबाकर खाएं।


मसालेदार भोजन से बचें: तली हुई चीजों और मसालेदार भोजन का सेवन कम करें। घर का बना खाना, जिसमें फल, सलाद और उबली सब्जियां शामिल हों, अधिक फायदेमंद होता है।


कब्ज की दवाओं का सावधानी से सेवन करें: कब्ज को दूर करने वाली औषधियों का अत्यधिक सेवन न करें, क्योंकि यह पाचन क्रिया को कमजोर कर सकता है।


फलों और सलाद का सेवन करें: रोजाना विभिन्न फलों और सलाद का सेवन करें, जिससे पाचन रस में वृद्धि होती है।


बवासीर के घरेलू उपचार

हारसिंगार: हारसिंगार के 2 ग्राम फूलों को 30 ग्राम पानी में रात भर भिगोकर रखें। सुबह इसे मसलकर छान लें और 1 चम्मच खांड़ मिलाकर खाली पेट खाएं। यह एक सप्ताह में बवासीर को ठीक कर सकता है।


कपूर: कपूर, रसोत, चाकसू और नीम के फूलों को मिलाकर पाउडर बनाएं। मूली को काटकर उसमें यह पाउडर भरें और भूनकर गोलियां बनाएं। रोजाना एक गोली लेने से बवासीर ठीक हो जाती है।


वनगोभी: वनगोभी के पत्तों का रस बवासीर के मस्सों पर लगाने से एक सप्ताह में राहत मिलती है।


मूली: मूली के रस में जलेबी मिलाकर एक घंटे तक रखें और फिर सेवन करें। यह एक सप्ताह में बवासीर को ठीक कर सकता है।


रीठा: रीठा के छिलके को जलाकर भस्म बनाएं और इसे शहद के साथ लेने से बवासीर में खून का गिरना रुक जाता है।


Loving Newspoint? Download the app now