सोलर एनर्जी से संबंधित शेयरों में निवेश करने से आप अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं और अच्छे लाभ की उम्मीद कर सकते हैं।
GPES Solar का IPO विवरण
GPES Solar का प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 30.79 करोड़ रुपये का है, जिसमें 32.76 लाख शेयर शामिल हैं। इसकी बिडिंग प्रक्रिया 14 जून 2024 से शुरू होकर 19 जून 2024 तक चली। IPO का आवंटन 20 जून को हुआ और यह NSE SME में सूचीबद्ध है।
कंपनी की जानकारी
GPES Solar, जिसे GP Eco Solutions India Limited के नाम से भी जाना जाता है, की स्थापना 2010 में हुई थी। यह कंपनी सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर से संबंधित सेवाएं प्रदान करती है, और आवासीय तथा वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण सेवाएं उपलब्ध कराती है।
वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी का वित्तीय वर्ष 2022-2023 में राजस्व में 25.08% की वृद्धि हुई, जबकि टैक्स के बाद लाभ (PAT) में 33.43% की वृद्धि दर्ज की गई। 31 मार्च 2023 को कंपनी की संपत्ति 4,715.19 लाख रुपये थी, और इसका राजस्व 10,447.63 लाख रुपये था।
GPES शेयर का मूल्य और लॉट साइज
इस IPO का मूल्य बैंड 90 से 94 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। खुदरा निवेशकों के लिए न्यूनतम लॉट साइज 1200 शेयर था, जिसकी कुल राशि 1,12,800 रुपये थी। एचएनआई के लिए न्यूनतम लॉट साइज 2400 शेयर था, जिसकी कुल राशि 2,25,600 रुपये थी।
IPO शेयर वितरण
इस IPO में कुल 32,76,000 शेयर थे, जिनमें से 5,89,200 शेयर (17.99%) QIB को, 444,000 शेयर (13.55%) NII को, 1,032,000 शेयर (31.50%) खुदरा निवेशकों को और 883,200 शेयर (26.96%) एंकर निवेशकों को आवंटित किए गए।
IPO की महत्वपूर्ण तिथियाँ
- शुरुआत- 14 जून 2024
- समापन- 19 जून 2024
- आवंटन का आधार- 20 जून 2024
- रिफंड की शुरुआत- 21 जून 2024
- शेयर डिमैट में क्रेडिट- 21 जून 2024
- लिस्टिंग की तारीख- 24 जून 2024
GPES सोलर शेयर का मूल्य एवं ग्राफ
- 10 जुलाई 2024- 372.40 रुपये
- 11 जुलाई 2024- 440.40 रुपये
- 12 जुलाई 2024- 440.40 रुपये

You may also like
जर्मन विदेश मंत्री ने कहा- भारत ने पहलगाम हमले के बाद जो किया वो सही थी, हम आतंक के खिलाफ हमेशा हैं साथ...
राधाकुंड में साधु भेषधारी महिला के पास मिला मेड इन पाकिस्तान पंखा, विरोध के बाद पुलिस जांच में जुटी
पापों से मुक्ति के लिए ब्रह्मांड नायक का हुआ महाभिषेक
हत्या के दोषी पुलिस पर चले 302 का मुकदमा : नायक
अनूपपुर: न्यू जोन इंडिया का पावर प्रोजेक्ट बना किसानों की आशाओं का प्रतीक