इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा
डॉ. आंबेडकर के प्रति राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह से माफी की मांग कर रहा है, जबकि बीजेपी ने भी जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। पार्टी ने हाल ही में सैम पित्रोदा का एक पुराना ट्वीट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि संविधान के निर्माण में सबसे बड़ा योगदान जवाहरलाल नेहरू का था, न कि आंबेडकर का।
पित्रोदा का विवादास्पद ट्वीटसैम पित्रोदा ने 26 जनवरी, 2024 को एक पोस्ट में लिखा था कि संविधान बनाने में सबसे अधिक योगदान नेहरू का था। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. आंबेडकर को संविधान का निर्माता कहना भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा झूठ है।
बीजेपी ने इस ट्वीट को साझा करते हुए कहा कि राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा के विचार बाबासाहब आंबेडकर के बारे में हैं। पार्टी ने राहुल गांधी से माफी मांगने की अपील की।
ममता बनर्जी की प्रतिक्रियापश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणी बीजेपी की जातिवादी और दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि जब संसद संविधान की 75वीं वर्षगांठ मना रही है, तब गृह मंत्री ने बाबासाहेब आंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की।
ममता ने आरोप लगाया कि अगर बीजेपी को 400 सीटें मिलतीं, तो वे डॉ. आंबेडकर के योगदान को मिटाने का प्रयास करते।
जयराम रमेश का वीडियो शेयरकांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अमित शाह के भाषण का एक वीडियो क्लिप साझा किया, जिसमें शाह ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आंबेडकर का नाम लेना अब एक फैशन बन गया है। यह टिप्पणी उन्होंने भारतीय संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा के दौरान की।