Private Sector Bank ICICI और Public Sector Bank of India (BOI) ने MCLR को बढ़ा दिया है। ये कदम बैंकों ने पिछले महीने RBI की मॉनेटरी कमेटी की मीटिंग के बाद लिया गया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछली बैठक में कहा कि अभी रेट में और बढ़ोतरी की संभावना है।
ICICI Bank
MCLR में रिवीजन के बाद आईसीआईसीआई बैंक का एक महीने का MCL अब 8.50 प्रतिशत है। वर्तमान में तीन महीने की एमसीएलआर 8.55 प्रतिशत है, जबकि छह महीने की एमसीएलआर 8.90 प्रतिशत है। एक साल का MCLआर ९% है।
भारत का बैंक
एमसीएलआर (MCLR) में बढ़ोतरी के बाद बैंक ऑफ इंडिया की ओवरनाइट एमसीएलआर 7.95 प्रतिशत है और एक महीने की एमसीएलआर 8.20 प्रतिशत है। तीन महीने की एमसीएलआर अब 8.35 फीसदी और छह महीने की एमसीएलआर 8.55 फीसदी पर है। एक वर्ष का MCLआर 8.75 प्रतिशत है, जबकि तीन वर्ष का MCLआर 8.95 प्रतिशत है।
आरबीआई ने एमसीएलआर को लागू किया। बैंकों को इससे कम लोन दर देने की अनुमति नहीं है। एमसीएलआर बनाते समय कई कारक विचार किए जाते हैं, जैसे डिपॉजिट दर, रेपो दर, ऑपरेशनल खर्च और कैश रिजर्स रेशो को बनाए रखने की खर्च। एमसीएलआर रेट रेपो रेट पर निर्भर करता है। एमसीएलआर में बदलाव से लोन की ब्याज दर पर असर पड़ता है, जिससे कर्ज लेने वालों का ईएमआई बढ़ता है।
पर्सनल लोन, होम लोन और ऑटो लोन के EMI बढ़ेंगे
एमसीएलआर में बढ़ोतरी का असर होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन के ब्याज दर पर होगा। लोन ग्राहक पहले EMI चुकेंगे। नए ग्राहकों को महंगा लोन मिलेगा।
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