गुरुग्राम, 16 मई . भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने शुक्रवार को विपक्षी दलों पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने आतंकवाद पर केंद्र सरकार के रुख का बचाव भी किया. गौरव वल्लभ ने कांग्रेस, सपा और अन्य इंडिया गठबंधन के दलों पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह राष्ट्रविरोधी सोच का संकेत है.
समाचार एजेंसी से खास बातचीत में उन्होंने राजस्थान से कांग्रेस सांसद उम्मेदा राम बेनीवाल के उस बयान पर टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर मारा, इसका कोई सबूत नहीं है. भाजपा प्रवक्ता ने इस बयान पर कहा कि यह पूरी तरह से सेना के अपमान के समान है. जब लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी ने खुद कहा कि उनके पति को इसलिए मारा गया क्योंकि वह कुरान की आयतें नहीं पढ़ पाए, तो इस पर सवाल उठाना आतंकियों की भाषा बोलना है. जो लोग भारतीय सेना की बातों पर विश्वास नहीं करते, उन्हें देश का कोई व्यक्ति जवाब नहीं दे सकता. ये लोग पाकिस्तान के सुर में सुर मिला रहे हैं.
कर्नाटक कांग्रेस विधायक कोथुर मंजुनाथ द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को दिखावा कहने पर वल्लभ ने कहा कि ऐसे लोग पाकिस्तान के चैनल ज्यादा देखते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग भारतीय सेना की बजाय पाकिस्तान मीडिया पर भरोसा करते हैं, उन्हें सोचना चाहिए कि वे किसका समर्थन कर रहे हैं. भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकवादियों को ढेर किया, जिनमें से कई ग्लोबल मोस्ट वांटेड थे. अजहर मसूद तक अपने बयान में कह रहा है कि उसका पूरा परिवार खत्म हो गया. वल्लभ ने आगे कहा कि मंजुनाथ जैसे नेता देश का खाते हैं लेकिन गाते पाकिस्तान का हैं.
सपा महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई टिप्पणी पर भी गौरव वल्लभ ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सपा जाति के नाम पर राजनीति करती है, रामगोपाल यादव जैसे नेता देश की सेना की एकता को खंडित करने की कोशिश कर रहे हैं. भारतीय सेना की कोई जाति नहीं होती, सेना देश की रक्षा करती है, न कि किसी जाति विशेष की. रामगोपाल यादव पढ़े-लिखे होने के बावजूद जातिवादी मानसिकता को बढ़ावा दे रहे हैं, और उनके शिष्य अखिलेश यादव भी इसी राह पर चल रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत के सांसदों को दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भेजने की योजना पर बोलते हुए वल्लभ ने कहा कि यह एक बहुत ही सराहनीय पहल है. उन्होंने कहा कि जब अलग-अलग दलों के प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाकर भारत के आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों और पाकिस्तान की भूमिका के बारे में बताएंगे, तो इससे वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति मजबूत होगी. जब सभी दलों के सांसद मिलकर आतंकवाद के खिलाफ भारत की उपलब्धियों को दुनिया को बताएंगे, तो पाकिस्तान का असली चेहरा उजागर होगा. यह राष्ट्रहित में एक बड़ी रणनीति है.
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पीएसके/जीकेटी
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