नई दिल्ली, 16 मई . आईआईटी दिल्ली ने छात्रों और पेशेवरों के लिए तीन नए ऑनलाइन स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रमों की शुरुआत की है. ये कार्यक्रम हेल्थकेयर उत्पाद विकास और प्रबंधन, इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक और क्वांटम एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एकीकरण के साथ एडवांस्ड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में शुरू किए गए हैं.
ये कार्यक्रम आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञ संकाय और उद्योग जगत के सहयोग से संचालित होंगे. इसके साथ ही प्रतिभागियों को आईआईटी दिल्ली का एलुमनाई स्टेटस भी प्राप्त होगा. इससे उनका आईआईटी से दीर्घकालिक अकादमिक जुड़ाव और सतत शिक्षा संसाधनों तक पहुंच सुनिश्चित होगी.
आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी ने कहा, “आईआईटी दिल्ली में हम विश्वस्तरीय शिक्षा की पहुंच को विस्तारित करने और उभरते क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारे नए ऑनलाइन पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों की शुरुआत इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. ये कार्यक्रम पेशेवरों को ऐसा ज्ञान और कौशल प्रदान करेंगे, जो आज की प्रमुख तकनीकी चुनौतियों से निपटने में सहायक होंगे.”
एक साल के हेल्थकेयर उत्पाद विकास और प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा कार्यक्रम को सेंटर फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, आईआईटी दिल्ली द्वारा पेश किया गया है. यह कार्यक्रम पेशेवरों को हेल्थकेयर नवाचार, विनियामक विज्ञान, उत्पाद चक्र प्रबंधन और व्यावसायिक रणनीति जैसे क्षेत्रों में गहन जानकारी प्रदान करेगा. इसमें प्रवेश के लिए इच्छुक उम्मीदवारों के पास संबंधित विषय में ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री या कम से कम दो वर्षों का उद्योग से जुड़ा अनुभव होना अनिवार्य है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, लाइफ साइंसेज या मेडिसिन क्षेत्र के पेशेवरों के लिए उपयुक्त है.
इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक में पीजी डिप्लोमा आईआईटी दिल्ली के सेंटर फॉर ऑटोमोटिव रिसर्च एंड ट्राइबोलॉजी द्वारा संचालित किया जा रहा है. यह भी 12 महीने का कार्यक्रम है. यह ईवी क्षेत्र में काम करने वाले इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों और उद्यमियों के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें दाखिला लेने वाले छात्रों को लाइव ऑनलाइन सत्र और वास्तविक उद्योग केस स्टडी उपलब्ध कराई जाएगी. तीन बार आईआईटी कैंपस में इमर्सिव अनुभव मिलेगा. उद्योग विशेषज्ञों से संवाद, उन्नत शोध परियोजनाओं पर कार्य व समविचारी पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग का अवसर दिया जाएगा.
तीसरा कार्यक्रम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम नेटवर्किंग और उन्नत वायरलेस संचार को एक साथ जोड़ता है. यह 12 माह का कार्यक्रम उन पेशेवरों के लिए है, जो तकनीकी नवाचार पर काम कर रहे हैं. यह कार्यक्रम ऐसे स्नातकों के लिए खुला है जिन्होंने डेटा साइंस, गणित या एप्लाइड फिजिक्स जैसे क्षेत्रों में अध्ययन किया हो. यह पाठ्यक्रम न केवल अवधारणात्मक समझ देता है, बल्कि व्यावहारिक तकनीकी क्षमताएं भी प्रदान करता है.
ये सभी कार्यक्रम आईआईटी दिल्ली के कंटीन्यूइंग एजुकेशन प्रोग्राम के तहत संचालित होंगे.
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जीसीबी/एकेजे
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