गर्मी के मौसम में दही का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यह एक बेहतरीन प्रोबायोटिक होता है, जो पाचन को सुधारने के साथ-साथ शरीर को ठंडक भी देता है। लेकिन इस मौसम में दही को सही तरीके से स्टोर करना एक चुनौती बन जाता है। जरा सी लापरवाही से यह खट्टा हो सकता है, जिससे न सिर्फ इसका स्वाद बिगड़ता है, बल्कि इसके पोषक गुण भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि दही को सही तरीके से स्टोर किया जाए, ताकि यह ज्यादा समय तक ताजा बना रहे। इस लेख में हम जानेंगे कि गर्मियों में दही जल्दी क्यों खट्टा हो जाता है, इसे स्टोर करने के सही तरीके क्या हैं, और साथ ही यह भी कि घर का दही बेहतर होता है या बाजार से खरीदा हुआ।
गर्मियों में दही जल्दी खट्टा क्यों हो जाता है?
दही दरअसल दूध में मौजूद बैक्टीरिया लैक्टोबैसिलस और स्ट्रेप्टोकॉकस के कारण जमता है। ये बैक्टीरिया दूध को फर्मेंट करके दही में बदलते हैं। लेकिन जब तापमान अधिक होता है और दही लंबे समय तक सामान्य या गर्म वातावरण में रहता है, तो यही बैक्टीरिया तेजी से सक्रिय हो जाते हैं और अधिक मात्रा में फर्मेंटेशन करते हैं, जिससे दही खट्टा हो जाता है। तेज गर्मी में ये बैक्टीरिया दूध को और तेजी से खराब कर सकते हैं, जिससे दही फट सकता है, खट्टा हो सकता है या उसमें फफूंद लग सकती है। अगर दही को समय पर फ्रिज में नहीं रखा गया या गलत कंटेनर में स्टोर किया गया, तो इसके खराब होने की संभावना और बढ़ जाती है।
दही को स्टोर करने का सही तरीका
सही बर्तन का करें चुनाव : घर पर दही जमाते समय स्टील की जगह कांच या सिरैमिक के बर्तन का उपयोग करें। ये कंटेनर बैक्टीरिया के लिए कम अनुकूल होते हैं और दही को लंबे समय तक ताजा बनाए रखते हैं।
दही जमने के बाद तुरंत फ्रिज में रखें : जैसे ही दही जम जाए, उसे कमरे के तापमान पर ज्यादा देर न रखें। तुरंत फ्रिज में रख दें ताकि बैक्टीरिया की गतिविधि थमे और दही लंबे समय तक फ्रेश बना रहे।
साफ-सुथरे बर्तन का उपयोग करें : जिस बर्तन में आप दही स्टोर कर रहे हैं वह पूरी तरह साफ और सूखा होना चाहिए। गंदा या गीला बर्तन बैक्टीरिया के लिए उपयुक्त माहौल बना सकता है, जिससे दही जल्दी खराब हो सकता है।
दही में डालें चुटकी भर नमक : दही को ज्यादा समय तक फ्रेश बनाए रखने के लिए उसमें चुटकी भर नमक मिला सकते हैं। नमक एक नेचुरल प्रिज़रवेटिव की तरह काम करता है और बैक्टीरिया की वृद्धि को धीमा करता है।
नमक की मात्रा का रखें ध्यान : हालांकि नमक फायदेमंद है, लेकिन अधिक मात्रा में मिलाने से दही का स्वाद बिगड़ सकता है। इसलिए संतुलित मात्रा में ही डालें।
बाजार से खरीदते समय चेक करें एक्सपायरी डेट : अगर आप पैकेट वाला दही ले रहे हैं, तो उस पर लिखी हुई एक्सपायरी डेट जरूर जांच लें। बहुत पुराना दही न खाएं क्योंकि उसमें हानिकारक बैक्टीरिया उत्पन्न हो सकते हैं।
घर का दही बेहतर या बाजार का?
घर पर जमाया गया ताजा दही न सिर्फ प्राकृतिक होता है, बल्कि उसमें कोई रासायनिक प्रिज़रवेटिव भी नहीं होते। इसकी ताजगी और स्वाद बाजार के पैकेट वाले दही से अधिक बेहतर होती है। साथ ही, आप इसमें सामग्री की शुद्धता को भी नियंत्रित कर सकते हैं। वहीं, बाजार का दही सुविधाजनक जरूर होता है, लेकिन कभी-कभी उसमें संरक्षक (preservatives) मिलाए जाते हैं, जो हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं होते।
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