श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया। इस विधानसभा सत्र में पहलगाम हमले पर बोलते है सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस हमले में पूरा देश चपेट में आया। किसी ने अपना पिता खोया, किसी ने बेटा तो किसी ने भाई। मैंने सैलानियों को यहां आने की दावत दी थी। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी सवेदना है। इस बीच उन्होंने केंद्र पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं केंद्र सरकार की थी। मैं सैलानियों से माफी मांगता हूं।हमने सैलानियों को यहां आने के लिए बुलाया था,मैं मृतकों के परिजनों से क्या कहकर माफी मांगूं। माफी मांगने के लिए हमारे पास अल्फाज नहीं हैं। उनको सुरक्षित भेजना हमारी जिम्मेदारी थी। उन बच्चों और पत्नियों को सांत्वना नहीं दे पाया। इस हमले ने हमें अंदर से खोखला कर दिया है। 26 साल में पहली बार मैंने लोगों को बाहर आते देखा था। शायद ही कोई शहर, कोई गांव इसके विरोध में बाहर नहीं आया हो। कोई कश्मीरी इसके साथ नहीं है। कश्मीरी हमले नहीं चाहते हैं।
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