हरिद्वार, 1 जून . उत्तरी हरिद्वार के सप्त सरोवर मार्ग स्थित स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय हाई स्कूल के प्रांगण में 56 वां अजर निर्वाण महोत्सव समाधि पूजन, संत प्रवचन एवं धार्मिक अनुष्ठान के साथ प्रारंभ हुआ.
इस अवसर पर स्वामी अजरानंद विद्यालय हाई स्कूल एवं स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत स्वयंमानंद महाराज ने कहा कि स्वामी अजरानंद महाराज ने नेत्रहीन दिव्यांगों के जीवन में शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए जो कार्य किया उसके लिए वे सदैव याद किए जाते रहेंगे. उनके कार्य को आगे बढ़ाते हुए माता शांतानंद, देवी स्वरूपानंद और महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज ने जो पुरुषार्थ किया उसी का परिणाम है कि स्वामी अजरानंद विद्यालय हाई स्कूल उत्तराखंड ही नहीं अपितु संपूर्ण देश में नेत्रहीन दिव्यांगों को शिक्षित करने का प्रमुख केंद्र बना हुआ है.
संस्था के उपाध्यक्ष स्वामी विचित्रानंद महाराज ने कहा कि स्वामी अजरानंद महाराज और महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद परमहंस महाराज स्वयं प्रज्ञा चक्षु थे, इस कारण उन्हें नेत्रहीन दिव्यांगों के जीवन में आने वाली बांधाओ और कष्टों का ज्ञान था. उन्होंने जीवन पर्यंत नेत्रहीन दिव्यांगों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए कार्य किया. आज भी स्वामी अजरानंद महिला आश्रम ट्रस्ट अपनी सामाजिक जिम्मेदारियां का निर्वहन करते हुए जहां नेत्रहीन दिव्यांगों को पढ़ने के लिए संसाधन उपलब्ध कराता है वहीं उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकारी नौकरियां प्राप्त करने में भी मार्गदर्शन प्रदान करता है. साथ ही क्षेत्र के सामान्य विद्यार्थी भी स्कूल में निशुल्क शिक्षा प्राप्त करते हैं. इस अवसर पर विद्यालय में पढ़े नेत्रहीन दिव्यांग छात्रों ने भजन-कीर्तन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया.
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/ डॉ.रजनीकांत शुक्ला
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