पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत करते हुए कड़े कदम उठाए हैं। 25 अप्रैल, 2025 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने तथा उन्हें 48 घंटे के भीतर देश से बाहर करने के निर्देश दिए। यह फैसला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में लिया गया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। आइए, इस बड़े फैसले और इसके पीछे की कहानी को समझते हैं।
पहलगाम हमले ने बदला माहौल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, जिसे भारत ने अपनी संप्रभुता पर हमला करार दिया। इस त्रासदी के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई कड़े कदम उठाए। अमित शाह के निर्देशों ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा। यह फैसला न केवल सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के दृढ़ संकल्प को भी दर्शाता है।
अमित शाह का सख्त निर्देश
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को स्पष्ट आदेश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और उनके वीजा तत्काल रद्द करें। अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों से कहा, “पाकिस्तान से आए हर व्यक्ति को खोज-खोजकर वापस भेजें।” इसके साथ ही, सार्क वीजा वाले पाकिस्तानी नागरिकों को भी 48 घंटे में भारत छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया। यह निर्णय पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव को और गहरा करता है, लेकिन देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए लिया गया है।
You may also like
वेटिकन सिटी में नए पोप के फ़ैसले में शामिल होंगे भारत के ये चार कार्डिनल
कंधे पर धनुष लटकाए निडर योद्धा बनकर निकली आकांक्षा शर्मा, 'केसरी वीर' से फर्स्ट लुक जारी
डोरिट केम्सली ने पति से तलाक के लिए दायर किया आवेदन
मनी प्लांट लगाने के सही तरीके और इसके लाभ
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की लग गई लॉटरी, अब किसानों के खाते में आएंगे 4000 रुपए, जाने कैसे ⤙